हनुमान जयंती नहीं हनुमान जन्मोत्सव मनाइये

hanuman janmotsav

हनुमान जन्मोत्सव विशेष

गुरुजी श्री राज महाजन के अमृत वचनों से प्रेरित

सदियों से हमारे आराध्य बजरंगबली, संकटमोचन हनुमान जन्मोत्सव पूरे देश में श्रद्धा, भक्ति और उल्लास से मनाया जाता है। लेकिन इस पावन अवसर पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण बात की ओर ध्यान आकर्षित किया है हमारे श्रद्धेय गुरु श्री राज महाजन जी ने।

अपने हाल ही में X (पूर्व ट्विटर) पर डाले गए एक वीडियो संदेश में गुरुदेव श्री राज महाजन ने एक गहन और आध्यात्मिक तथ्य को उजागर किया है, जिसे जानना हर भक्त के लिए आवश्यक है।

जानिये हनुमान चालीसा का सही पाठ कैसे करें

अपने वीडियो सन्देश में गुरु जी यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि :

“आप सब लोग हनुमान जी के जन्मोत्सव को मनाने की तैयारी करिए लेकिन ध्यान रहे कोई भी इसको हनुमान जयंती नहीं बोलेगा क्योंकि जयंती उन लोगों की मनाई जाती है जो लोग सिधार जाते हैं और हमारे हनुमान जी तो कलयुग के राजा हैं और आज भी जीवित हैं। इसलिए हनुमान जयंती नहीं बल्कि हनुमान जन्मोत्सव मनाएंगे”

यह केवल शब्द नहीं, बल्कि एक अलौकिक चेतना का संदेश है। हनुमान जन्मोत्सव पर गुरुजी ने स्पष्ट किया कि “जयंती” शब्द उन दिव्य आत्माओं के लिए प्रयुक्त होता है जोअपने देह को त्याग कर, परलोक में विलीन हो जाते हैं। किंतु हनुमान जी तो चिरंजीवी हैं, अमर हैं, और आज भी इस कलियुग में जीवित रहकर अपने भक्तों की रक्षा कर रहे हैं।

इसलिए, जब भी हम इस दिव्य दिवस को मनाएं, तो उसे “हनुमान जन्मोत्सव” के रूप में मनाएं — न कि “हनुमान जयंती” के रूप में। यह केवल शब्दों का खेल नहीं है, बल्कि आस्था और सत्य की प्रतिष्ठा का विषय है।

ALSO READ:  Hanuman Janmotsav 2025: Celebrate the Living Legend, Not a Jayanti

YouTube पर वीडियो देखिये

हनुमान जन्मोत्सव

हनुमान जन्मोत्सव क्यों है विशेष?

  • यह दिन हमें याद दिलाता है उस शक्ति की, जो असंभव को जो संभव बना देती है और कलयुग में भक्ति भी भक्ति का प्रमाण हैं.
  • यह पर्व केवल जन्म का उत्सव नहीं, बल्कि शक्ति, सेवा, भक्ति, वैराग्य और ज्ञान का उत्सव है।
  • यह वह दिन है जब बजरंगबली ने इस धरा पर अवतरण लिया, ताकि वे रामकथा को पूर्णता दे सकें और कलियुग के भक्तों के लिए एक अमिट प्रेरणा बन सकें।

हम सब मिलकर कहें…

“हनुमान जन्मोत्सव की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ!”
“बोलिए बजरंगबली महाराज की जय!”


इस वर्ष आइए हम सभी गुरु श्री राज महाजन जी के मार्गदर्शन में हनुमान जन्मोत्सव के पर्व को और अधिक श्रद्धा व सच्ची भावना से मनाएं।
शब्दों में भी शक्ति होती है — और जब हम सही शब्द के साथ अपनी भक्ति प्रकट करते हैं, तो वह सीधी ईश्वर तक पहुँचती है।

ALSO READ:  Hanuman Janmotsav 2025: Celebrate the Living Legend, Not a Jayanti

जय श्री राम। जय हनुमान।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top